जागी जागी जागी रे, दिवला री
श्री नाड़ाधिरानी माँ चामुंडा का भजन
जागी जागी जागी रे, दिवला री ज्योतां जागी जी,
म्हारा सूं मत करजे, भवानी रूसणो ।। टेर ।।
आज म्हारे मनड़ा में, हरियो मोर बोले रे,
बरसां सूं आया जगदम्बा पावणा ।। 1 ।।
जागी जागी जागी रे दिवला………
पलकां सू माता थारो, आंगणियों बुहारू रे,
फुलड़ा तो बिछाऊँ, थारे मारगे ।। 2 ।।
जागी जागी जागी रे दिवला………
सिंह धडूके थारे देवल, भाखर धूजे भारी माँ,
अरे इन्दर बरसे ने, चमके बिजली ।। 3 ।।
जागी जागी जागी रे दिवला………
भीनी भीनी खुशबू माता, धरती माता देवे जी,
थारे तो पँहुचावे, पवन देव जी ।। 4 ।।
जागी जागी जागी रे दिवला………
काला गोरा भेरूं माता, थारे तो अगवानी रे,
छम-छम तो बजावे भेरूं घुंघरा ।। 5 ।।
जागी जागी जागी रे दिवला………
काला गोरा भेरू खेले खेले बावन वीर माँ,
घूमर तो खेले माँ, चौसठ जोगणिया ।। 6 ।।
जागी जागी जागी रे दिवला………
नाड़ा री धिरानी माता, म्हे तो थाने सिवरां जी,
टाबर रे हलकारे, बेगा आवजो ।। 7 ।।
जागी जागी जागी रे दिवला………
जागी जागी जागी रे, दिवला री ज्योतां जागी जी,
म्हारा सूं मत करजे, भवानी रूसणो ।।