मात भवानी तुझको मेरा नमस्कार है
माताजी का भजन
(तर्ज – सौ साल पहले हमें तुमसे प्यार…….. )
मात भवानी तुझको मेरा नमस्कार है, मेरा नमस्कार है,
चरणों में तेरे मैया, मेरा संसार है।। टेर ।।
जगदम्बे भवानी माँ, तू ही तो जग पालहारी है,
मेरी शेरों वाली माँ, तू ही तो इक संकट हारी है,
शीश चरण में तेरे, झुके बार-बार है, झुके बार-बार है।
चरणों में तेरे मैया, मेरा संसार है …………….
इस दुखिया दिल को माँ, खूब दुनियां ने सताया है,
अपना लेती हरदम, मात शरणन जो आया है,
निकले जुबां से मेरी, यही बार-बार है, यही बार-बार है।
चरणों में तेरे मैया, मेरा संसार है …………..
जगदम्बे दर पे ही, जिंदगी मेरी गुजर जाए,
मेरे जीवन की संध्या, माँ के भजनों में गुजर जाए,
सिरु और राज मांगे, यही बार-बार है, यही बार-बार है।
चरणों में तेरे मैया, मेरा संसार है …………..
मैं तुझको भूल जाऊँ, वो दिन आए कभी भी ना,
हो जाए सृष्टि खाक, साथ तेरा ना छूट पाए,
मांगु मैं तुझसे सदा, यही तेरा प्यार रे, यही तेरा प्यार रे।
चरणों में तेरे मैया, मेरा संसार है …………..
बोलो चामुंडे मात की जी