गणपति ने प्रथम मनावा जी गणपति ने
गणपती जी का भजन
गणपति ने प्रथम मनावा जी गणपति ने ।।टेर।।
रिद्धि-सिद्धि लेकर आओ जी गजानन्द, आओ जी गजानन्द, बैठो जी गजानन्द,
ओ थांके चरणां में धोक लगावां जी गणपति ने ।। 1 ।।
गणपति ने प्रथम मनावा जी…………
पग में थारे घुँघरू बाँधकर, घुँघरू बाँधकर, घुँघरू बाँधकर,
कीर्तन में नाच नचावा जी गणपति ने ।। 2 ।।
गणपति ने प्रथम मनावा जी…………
नहाय धोय कर करां आरती, करां आरती, करां आरती,
बनवारी चँवर धुलावा जी ।। 3 ।।
गणपति ने प्रथम मनावा जी…………
गणपति ने प्रथम मनावा जी गणपति ने ।।