चतुर खरगोश और शेर – Chatur Khargosh aur Sher
पंचतंत्र की कहानियाँ – पहला तंत्र – मित्रभेद –चतुर खरगोश और शेर – Chatur Khargosh aur Sher – The Clever Rabbit and the Lion
भासुरक का कहर
नंदनवन का राजा भासुरक शेर अपने नाम के मुताबिक बहुत ही क्रूर होता है। उसे जब भी भूख लगती थी, वह जंगल में जाता और कई सारे जानवरों को मार देता जबकि उसे खाने के लिए एक या दो जानवर ही पर्याप्त होते थे।
उसके इस व्यवहार से जंगल के सभी जानवर बड़े दुखी थे। एक दिन सभी जानवर मिलकर एक सभा का आयोजन करते हैं जिसमें भासुरक की क्रूरता और बेरहमी के लिए आपस में विचार विमर्श करते हैं।
🦊 चिंकी लोमड़ी – यह शेर तो बड़ा ही क्रूर है, यह बिना मतलब हम में से कई जानवरों को मार देता है जबकि उसे खाने के लिए एक या दो जानवर ही पर्याप्त होते है।
🐰 कुकू खरगोश – हां-हां, जानवर बड़ा होने पर तो एक ही जानवर से भासुरक का पेट भर सकता है यदि छोटा हो तो एक या दो जानवरों की जरूरत होती । लेकिन भासुरक जब भी शिकार के लिए निकलता है तो वह कई जानवरों को मार देता है। इस कारण हम लोगों की संख्या भी घटती जा रही है।
🐘 गज्जु हाथी – हां, भासुरक बिना किसी कारण ही कई जानवरों को मार देता है। हमें इसके खिलाफ कुछ करना चाहिए।
🦌 चिंकू बारहसिंघा – लेकिन हम क्या कर सकते हैं ? भासुरक बहुत ही ताकतवर है, हम सब मिलकर भी उसका सामना नहीं कर सकते।
🦊 चिंकी लोमड़ी – हां हम सभी ताकत में भासुरक से कम है। इसलिए हमें इसका समाधान सूझबूझ से सोचना होगा।
🐰 कुकू खरगोश – बिलकुल सही कहा तुमने, भासुरक हमसे बहुत ही ताकतवर है। इसका इलाज हमें मिलकर सोचना होगा। कोई जुगत लगानी पड़ेगी।
(सब जानवर मिलकर कुछ देर तक सोचते हैं।)
🐰 कुकू खरगोश – मेरे छोटे से दिमाग में इस समस्या के समाधान के लिए एक सुझाव आया है, आप सब की सहमति हो तो मैं बताऊं।
सभी जानवर – हां-हां बताओ।
🐰 कुकू खरगोश – क्यों ना हम में से कोई पांच जानवर भासुरक के पास जाए और उससे बोलो कि वह शिकार खेलने जंगल में ना आया करें। हम में से कोई भी एक जानवर रोज उसके खाने के लिए उसकी गुफा में पहुंच जाया करेगा। जिससे बाकी के जानवरों की जान बच जाएगी।
जानवरों की पुकार
सभी जानवर इस बात से सहमत हो जाते हैं और पिंटू भालू, पिंकू बारहसिंघा, चिंकी लोमड़ी, नैना नीलगाय और कुकू खरगोश भासुरक की गुफा में उसे यह बताने के लिए जाते हैं| जैसे ही वे सब भासुरक की गुफा के निकट पहुंचते हैं, भासुरक उनको देखकर उन्हें मारने के लिए दौड़ पड़ता है।
सब एक साथ – शेर महाराज-शेर महाराज, हमें मत मारिए। हम आपके पास एक याचना लेकर आए हैं। आप हमारे महाराज है आपको हमारी फरियाद सुननी चाहिए।
🦁 भासुरक – अच्छा, कहो क्या बात है ?
🐻 भोलू भालू – महाराज आप रोज शिकार पर निकलते हैं और कई जानवरों को मार देते हैं, जबकि आपको खाने के लिए एक या दो जानवर ही पर्याप्त होते हैं। यदि इसी तरह चलता रहा तो इस जंगल के सभी जानवर समाप्त हो जाएंगे और आपको भी खाने के लिए जानवर नहीं मिलेंगे।
🦁 भासुरक – हां, यह बात तो तुम ठीक कह रहे हो लेकिन इसका समाधान क्या है ? क्योंकि जब मैं शिकार के लिए निकलता हूं, तो मुझे शिकार करने में बड़ा मजा आता है और मुझसे मेरी जरूरत से ज्यादा जानवर मर जाते हैं।
🐰 कुकू खरगोश – हां शेर महाराज, इसीलिए हम सभी जानवरों ने मिलकर यह फैसला किया है कि कल से रोज हम में से एक जानवर आप की गुफा में आ जाया करेगा, जिसे खाकर आप अपनी भूख शांत कर लिया करना। आपका पेट भी भर जाएगा और कई जानवर बिना कारण मौत के मुंह में जाने से बच जाएंगे।
भासुरक ने सोचा कि वाह क्या बात है, मुझे शिकार खेलने के लिए वन में भी नहीं जाना पड़ेगा और मेरा पेट भी भर जाएगा।
🦁 भासुरक – हां-हां ये ठीक है, लेकिन यदि किसी दिन मेरी गुफा तक कोई जानवर नहीं आया तो मैं जंगल के सभी जानवरों को मार डालूंगा।
सब एक साथ – शेर महाराज, ऐसा कभी नहीं होगा, कल से हर रोज एक जानवर आप की गुफा में पहुंच जाया करेगा।
मेरी बारी आ गई
उसके बाद से जंगल का एक जानवर रोज भासुरक की गुफा में उसके भोजन के लिए जाने लगा। अब जंगल के सभी जानवर आराम से रहने लगे। इसी तरह से कुछ दिन बीत गए।
एक दिन कुकू खरगोश की बारी आई। वह सुबह ही भासुरक की गुफा की तरफ रवाना हो गया। रास्ते में वह सोचता जा रहा था कि आज तो मेरी मौत निश्चित है।
लेकिन मैं ऐसा क्या करूँ कि मेरी जान भी बच जाये और जंगल के जानवरों को भी भासुरक का सामना ना करना पड़े।
कुकू का चक्कर
वह चलता जा रहा था और सोचता भी जा रहा था। तभी उसकी दृष्टि एक कूएँ पर पड़ी। उसे प्यास लगी थी, उसने सोचा कि मैं पहले पानी पी लेता हूं फिर भासुरक की गुफा की तरफ चलूंगा।
कुकू खरगोश कूएँ पर गया। उसने पानी भरने के लिए कूएँ में झांका तो उसे अपनी परछाई दिखाई दी। कुकू खरगोश ने मन ही मन भासुरक से छुटकारा पाने की योजना तैयार कर ली। वह पानी पीकर वहीं बैठ गया और सुस्ताने लगा।
दो-तीन घंटे वहीं बैठने के बाद वह भासुरक की गुफा की तरफ चला। उधर समय पर जानवर के नहीं आने पर भासुरक का भूख के मारे बुरा हाल हो रहा था। वह काफी देर से जानवर के आने का इंतजार कर रहा था, लेकिन किसी के नहीं आने से उसे क्रोध आ रहा था।
वह गुस्से से जंगल की तरफ रवाना हुआ, तभी उसे सामने से कुकू खरगोश आता दिखाई दिया। कुकू खरगोश को आते देखते ही वह जोर से चिल्लाया :-
🦁 भासुरक – आज तुमने इतनी देर क्यों लगा दी ? मेरा भूख के मारे बुरा हाल हो रहा है।
🐰 कुकू खरगोश – मुझे क्षमा कर दीजिए शेर महाराज।
🦁 भासुरक – नहीं आज मुझे बहुत गुस्सा आ रहा है, एक तो तुम इतनी देर से आये हो, और तुम इतने छोटे हो। तुम्हे खाकर मेरी भूख भी शांत नहीं होगी। अब मुझसे भूख बर्दाश्त नहीं हो रही है, आज तो मैं पूरे वन के जानवरों को ही समाप्त कर दूंगा।
🐰 कुकू खरगोश – शेर महाराज, मुझे क्षमा कर दीजिए। हम तो सुबह ही आपकी गुफा के लिए निकल गए थे।
🦁 भासुरक – हम कौन ? तुम तो एक ही हो !
🐰 कुकू खरगोश – वही तो शेर महाराज, मैं आपको बताना चाह रहा हूं कि हम सुबह पाँच खरगोश आपकी गुफा के लिए रवाना हुआ थे। लेकिन रास्ते में हमें एक दूसरा शेर मिल गया, और वह हमसे कह रहा था कि “आज से मैं इस जंगल का राजा हूं, इसलिए अब तुम लोगों पर मेरा हक है। आज से तुम लोग मेरा भोजन बनोगे।” हमने कहा, “हमारे राजा तो महान बलवान भासुरक शेर है। हम तुम्हें अपना राजा क्यों माने?” तब उसने कहा, “तुम में से चार यहीं रूक जाओ और एक जाकर भासुरक को यहीं बुला लाओ। मैं स्वयं उससे युद्ध करूंगा और हम दोनों में से जो ज्यादा बलवान होगा वही इस जंगल का राजा होगा।”
हमने उसे बहुत समझाया लेकिन वह नहीं माना और उसने मेरे चारों साथियों को खा लिया। मैं किसी तरह से बचते बचाते यहाँ तक पहुंचा हूं।
बुरे फंसे क्रूरसिंह
🦁 भासुरक – दूसरा शेर! कौन दूसरा शेर! मुझे बताओ वह कहां है, पहले में उसे ही मजा चखाता हूँ।
🐰 कुकू खरगोश – शेर महाराज, वह यहां से थोड़ी दूर ही एक कुएं के पास बैठा हुआ है।
🦁 भासुरक – चलो मुझे उसके पास लेकर चलो।
🐰 कुकू खरगोश – शेर महाराज, आप मेरे पीछे-पीछे आईए, मैं आपको उसके पास ले कर चलता हूँ।
भासुरक कुकू खरगोश के पीछे-पीछे चलने लगता है। कुकू खरगोश, भासुरक को उस कुए की तरफ लेकर जाता है। कुए के पास पहुंचने पर भासुरक को वहां कोई दूसरा शेर दिखाई नहीं देता।
🦁 भासुरक – (गुस्से में) मुझे तो यहां पर कोई शेर दिखाई नहीं दे रहा। कहाँ है दूसरा शेर ?
🐰 कुकू खरगोश – नहीं नहीं शेर महाराज, आप क्रोधित मत हो। दूसरा शेर अभी थोड़ी देर पहले यहीं था। यहीं पर उसने मेरे तीन साथियों को मारकर खाया है।
🦁 भासुरक – तो वह मुझे दिखाई क्यों नहीं दे रहा ?
🐰 कुकू खरगोश – शेर महाराज, मुझे लगता है कि वह आपको देखकर डर गया है और शायद इस कुएं में जाकर छुप गया है।
🦁 भासुरक – अच्छा, तुम यहीं ठहरों, मैं अभी उसे वही जाकर उस मजा चखा कर आता हूँ।
क्रूरता का अंत
भासुरक कुएं के पास जाता है और कुएं में झांक कर देखता है। उसे पानी में अपनी परछाई नजर आती है। वह सोचता है कि जरूर यह ही दूसरा शेर है। वह जोर से दहाड़ता है, तो कुएं में से टकराकर उसकी आवाज वापस उसे सुनाई देती है।
भासुरक और जोर से दहाड़ता है, “मैं इस जंगल का राजा हूँ”। तो कुँए में से आवाज आती है, “मैं इस जंगल का राजा हूँ”। भासुरक और जोर से “मैं तुझे मार डालूँगा”। तो कुँए में से आवाज आती है, “मैं तुझे मार डालूँगा”।
भासुरक सोचता है कि यह दूसरा शेर मुझे मारने की धमकी दे रहा है, मैं इसे छोडूंगा नहीं। उसे बहुत जोर से गुस्सा आता है। गुस्से-गुस्से में भासुरक कुएं में छलांग लगा देता है और पानी में डूब कर मर जाता है।
भासुरक के मरने के बाद कुकू खरगोश जंगल में जाता है। जंगल के जानवर कुकू खरगोश को देखकर डर जाते है।
सब एक साथ – तुम भासुरक की गुफा में नहीं गए। अब भासुरक हम सब को मारकर खा जाएगा। वह हम सब को मार देगा।
🐰 कुकू खरगोश – नहीं-नहीं अब किसी को भी भासुरक से डरने की जरूरत नहीं है। मैंने उसे मार दिया है।
🐻 भोलू भालू – तुम इतने छोटे हो तुमने भासुरक को कैसे मार दिया ? तुम हमसे मजाक तो नहीं कर रहे ? तुम्हारे मजाक के कारण हम सभी की जान पर बन आएगी।
🐰 कुकू खरगोश – किसी भी ताकतवर को मारने के लिए ताकत की नहीं, बुद्धि की आवश्यकता होती है।मैंने अपनी बुद्धिमता से भासुरक को मार दिया है।
इतना कहकर कुकू खरगोश पूरी कहानी जानवरों को बताता है। सभी जानवर मिलकर कुँए के पास जाते हैं और देखते हैं कि भासुरक की लाश कुएं में पड़ी है।
सभी जानवर यह देखकर बहुत खुश होते है और ख़ुशी से नाचने लग जाते हैं। उसके बाद सभी जानवर उस जंगल में आराम से और बिना डरकर रहने लग जाते हैं।
चतुर खरगोश और शेर कहानी का वीडियो – Chatur Khargosh aur Sher
सीख
बुद्धि हमेशा ताकत से बड़ी होती है। बुद्धिमानी से लोग बड़े से बड़े दुश्मन पर विजय प्राप्त कर सकते है।
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तो दोस्तों, कैसी लगी पंचतंत्र की कहानियों के रोचक संसार में डुबकी। मजा आया ना, तो हो जाइए तैयार लगाने अगली डुबकी, .. .. .. ..
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