लड़ती भेड़ें और सियार – Ladti Bhede Aur Siyar
पंचतंत्र की कहानियाँ – पहला तंत्र – मित्रभेद – लड़ती भेड़ें और सियार – Ladti Bhede Aur Siyar – The Fighting Sheeps & The Jackal
एक दिन एक सियार एक गाँव से गुजर रहा था। उसने देखा कि गाँव के बाजार में बहुत से लोग इकट्ठा होकर जोर-जोर से चीख रहे है और तालियाँ बजा रहे है। कौतूहलवश वह भी यह देखने के लिए वहाँ चल गया कि क्या हो रहा है?
वहाँ जाने पर उसने देखा कि लोगों की भीड़ के बीच में मोटे-तगड़े दो बकरे आपस में भयंकर रूप से लड़ाई कर रहे है।
दोनों ने एक-दूसरे को अपने बड़े-बड़े सींगों से मार-मार कर इतना लहूलुहान कर दिया था कि बहुत सारा खून सड़क पर भी बहने लगा था।
ताजा-ताजा खून देख कर सियार मुंह में पानी आ गया और उसकी लार टपकने लगी। उसने सोचा इन दोनों बकरों की लड़ाई का मुझे फायदा उठाना चाहिए।
यह दोनों आपस में लड़-लड़ कर बहुत घायल हो चुके है। अब मैं इन्हें आसानी से मार कर खा सकता हूँ।
यह सोच कर उसने आव देखा ना ताव और बकरों पर टूट पड़ा। अपने ऊपर हमला होते देख दोनों बकरों ने अपनी लड़ाई बंद कर दी और सियार का सामना करने के लिए तैयार हो गए।
उन्होंने अपने बड़े-बड़े सींगों से सियार पर हमला कर दिया। सियार उन बकरों की ताकत और संगठन का सामना नहीं कर पाया और वहीं ढेर हो गया।
लड़ती भेड़ें और सियार कहानी का वीडियो – Ladti Bhede Aur Siyar
सीख
लालच में पढ़कर कोई कदम नहीं उठाना चाहिए। कोई भी कदम उठाने से पहले अच्छी तरह से सोच विचार कर लेना चाहिए
पिछली कहानी – व्यापारी का पतन और उदय
तो दोस्तों, कैसी लगी पंचतंत्र की कहानियों के रोचक संसार में डुबकी। मजा आया ना, तो हो जाइए तैयार, लगाने के लिए अगली डुबकी, .. .. .. ..
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