What is Sentence In Hindi – वाक्य क्या होते हैं हिन्दी में
Sentence kya Hota hai?: हेलो दोस्तों ये क्या आपको पता है की Sentence क्या होता है और इसके कितने प्रकार होते है। इस आर्टिकल में आपको Sentence की पूरी detail में definition बताया जायेगा। इसके साथ साथ आपको ये भी पता लगेगा की Sentence कितने प्रकार के होते है। अगर आप किसी सरकारी नौकरी की तैयारी करते हो तो ये आर्टिकल आपके लिए एक basic आर्टिकल होने वाला है।
अंग्रेजी सीखें के इस भाग में आज हम आपको Sentence (वाक्य) के बारे में बताने जा रहे हैं. हर भाषा में कुछ भी कहने या लिखने के लिए शब्दों के समूहों का प्रयोग होता है. शब्दों का वह समूह जिसमें किसी बात का भाव पूर्णत: स्पष्ट हो, उसे वाक्य कहते हैं. दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि वाक्य वे हैं जिनसे सुनने वाले को पूर्ण सन्देश का पता चले.
In every language, there is a need of group of words to communicate. Such group of words that communicate a complete message is called a sentence.
Part of speech के सभी शब्द मिलकर एक Sentence की रचना करते है।
शब्दों का एक ऐसा Group जिससे पूरा अर्थ समझ में आ जाए, उसे वाक्य कहते है।
Sentence – वाक्य
Sentence के दो Parts होते हैं।
- Parts
- Subject – कर्ता या उद्देश्य
- Predicate – विधेय
- Verb – क्रिया
- Action – काम / कार्य
- V1
- V2
- V3
- V4 (ing)
- V5 (es)
- State – अवस्था
- Primary
- to do – Do, Does, Did
- To have – Has, Have, Had
- To be – Is/am/are/was/were/been
- Modal (मॉडल्स) (10 form होती है।)
- Can
- Could
- May
- Might
- will
- would
- Shall
- Should
- Must
- Ought to
- Marginal – (
- Used to
- Dare
- Need
- Primary
- Action – काम / कार्य
- Verb – क्रिया
- Object – कर्म
- Types – वाक्य दो प्रकार के होते हैं।
- On the Basis of Creation/Form/Structure – रचना के आधार पर
- Simple
- Compound
- Complex
- On the Basis of Meaning/Sense – भाव या अर्थ के आधार पर
- Simple/Statement
- Positive Statement
- Negative Statement
- Interrogative
- Imperative
- Optative
- Exclamatory
- Simple/Statement
- On the Basis of Creation/Form/Structure – रचना के आधार पर
वाक्य के दो part होते है: – 1) Subject 2) Predicate
वाक्य में एक Subject होता है और बाकी जो भी उसके बारे में लिखा हुआ है, वह उसका Predicate होता है।
I am your friend
I – Subject
am your friend – Predicate
Ram and Sohan are friends.
Ram, Sohan – Subject एक से ज्यादा भी हो सकता है। baki
Here comes the Bus
the Bus subject – जरूरी नहीं कि Subject शुरू में नहीं हो अंत में हो सकता है, की बार Subject वाक्य में नहीं भी होता है, इस स्थिति में जिसके बारे में बात हो रही है वह भी Subject हो सकता है।
Who are you to say any thing to me. इसमें You, Subject है, बाकी सब Predicate
Subject वह होता है, जिसके बारे में कुछ कहा गया हो।
Their are no hidden things between you and me. इस वाक्य मने hidden things Subject है और you and me Object है।
Predicate – विधेय
Verb – क्रिया
Action – काम / कार्य – हर वो काम जो होता हुआ दिखाई दे रहा है वह काम या कार्य है। जैसे : I am Speaking या I am reading. Action को Main Verb कहते हैं। इनकी हिन्दी अर्थ में “ना” आता है। जैसे Go – जाना, Come Spemek, Want, Teach, Walk, Read, Danch, Sing, Write, See इन सभी
Verb की पाँच Form बँटी है।
v1 v2 v3 v4(ing) v5
Walk walked walked walking Walks
Speck Spoke Speaking Speaks
Go Went Gone Going Goes
State – अवस्था को Helping Verb कहते है। Helping Verb की तीन Form होती हैं
Object – कर्म – Object उसे कहते है जिस पर काम हो रहा होता है या Verb का असर जिस पर हो रहा है।
I am teaching you.
मेरे पढ़ाने का असर आप पर हो रहा है।
I Drink Water.
मेरे पीने (Verb) का असर पानी पर पढ़ रहा है।
I Punch Ram.
(I – Subject; Punch – Verb; Ram – Subject)
He kicked the ball. (he – Subject; kicked – Verb; the – Article; ball – Subject)
- On the Basis of Creation – रचना के आधार पर
- Simple
- Compound
- Complex
- On the Basis of Meaning – अर्थ के आधार पर
- Simple / Declaretive Sentences : जिसके अंत में Full Stop होता है तथा जिसमें किसी बात को सिर्फ़ कहा या बताया जाता है। अर्थात : जिसमें कोई सवाल, हैरानी, गुस्सा या कुछ दूसरा भाव नहीं होता है। Simple Setenses को समझना ज्यादा मुश्किल नहीं होता। जैसे: I am teaching. He is a good boy. This is a chair. There is some water in the glass. I am playing cricket. She is cute. My name is Rakhi. She is jumping. Ram is thinking. He is
- Positive Statement: ऊपर दिए सभी Positive Statement के ही उदाहरण है।
- Negative Statement: यदि Positive Statement के बीच में Not या No लगा दिया जाये तो यह Negative Statement बन जाता है। जैसे: – He is not a good boy. This is a chair. There is no water in the glass. I am not playing cricket. इसके rules हम आगे पढ़ेंगे।
- Interrogative: जिन वाक्यों से हम कुछ पूछते हैं। केवल वाक्य के अंत में ? देखकर ही उसे Interrogative Sentences नहीं कहा सकते हैं। या केवल Wh, How आदि से शुरू होने वाले वाक्य ही Interrogative नहीं होते। Why are you here? Why you are here? इन दोनों में पहला वाक्य Interrogative नहीं है। जबकि दोनों ही वाक्य Wh से शुरू हो रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि एक में सवाल पूछा जा रहा है और दूसरे में सामने वाले को कारण पता है तो भी वह सवाल पूछ रहा हैं। जैसे: रास्ते में आपकी गाड़ी खराब हो गई और आप बोनट खोल कर उसे चेक कर रहा है और तभी एक दूसरी गाड़ी वाला यह देखकर आपके पास रुकता है और पूछता है कि क्या हुआ आपकी कार खरब हो गई। जिस Sentences में Wh के बाद Helping Verb हो तो वह Interrogative होता है और जिस Sentences में Wh के बाद Subject हो तो वह वाक्य Wh से शुरू होने के बाद भी Interrogative Sentence नहीं होता। क्योंकि जब आपको पहले से ही जवाब पता है तो फिर सवाल नहीं हो सकता।
- Imperative: आदेशात्मक या निषेधात्मक वाक्य, इन वाक्यों में किसी ना किसी तरह का Order, Commond, Advice – सलाह (जब सलाह किसी उम्रदराज या अनुभवी व्यक्ति के द्वारा दी जा रही हो।), Suggestion – सुझाव (जब सलाह किसी कमउम्र या अनुभवहीन व्यक्ति के द्वारा दी जा रही हो।) Request, Forgiveness
- Optative: इच्छा सूचक वाक्य, इन वाक्यों में किसी की इच्छा या लालसा का बोध होता है। जैसे: (Desire: हमारी अपनी छोटी-छोटी इच्छाएं (ऐसी इच्छाएं जिसे तत्काल या कुछ समय में ही पूरा किया जा सकता है।) ; जैसे मुझे प्यास लगी है मुझे पानी पीना है। Wish: मैं चाहती हूँ कि आप English में माहिर हो जाए। यह मेरी आपके लिए Wish कहलाती है। हमारी ऐसी इच्छाएं Will: Strong Desire जैसे मेरी इच्छा है कि मुझे एक डॉक्टर बनना है। (ऐसी इच्छा जिसे पूरा होने में समय लगे। , Pray: हमारी खुद की इच्छाएं जो हम अपने लिए या दूसरों के लिए भगवान से माँगते हैं या उनके सामने रखते हैं।: Curse: मेरी इच्छा दूसरों के लिए लेकिन बुरी जैसे वो मेरे खिलाफ मेरे बॉस के कान भरता है काश उसकी आवाज ही चली जाये। (अभिशाप, श्राप) ) ये सारे May से स्टार्ट होते है और Exclametry Sign पर खत्म होते हैं, जैसे: May, you get sucess! May you
- Exclamatory: – विस्मय आदि बोधक वाक्य; ऐसे वाक्य जिनमें आश्चर्य, विस्मय या हैरानी का बोध खुशी या दुख के भाव से हो। O my God! I am selected for Job. Exclamatory Sentencec में एक न एक Interjection (इंसान की Feeling को समझाने वाले शब्द) जरूर होता हैं। जैसे: –
- Hurrah! खुशी
- Alas!
- Bravo!
- Oh!
- Oops!
- tut tut!
- O fie! पैसों का नुकसान
- Gallant: बहादुरी के लिए
- Wow! खुशी के साथ हैरानी
- Haha! खुशी
- Aha! खुशी
- O, my God!
- Simple / Declaretive Sentences : जिसके अंत में Full Stop होता है तथा जिसमें किसी बात को सिर्फ़ कहा या बताया जाता है। अर्थात : जिसमें कोई सवाल, हैरानी, गुस्सा या कुछ दूसरा भाव नहीं होता है। Simple Setenses को समझना ज्यादा मुश्किल नहीं होता। जैसे: I am teaching. He is a good boy. This is a chair. There is some water in the glass. I am playing cricket. She is cute. My name is Rakhi. She is jumping. Ram is thinking. He is
उपर्युक्त चार प्रकार के Sentences में Statements सबसे अधिक important हैं क्योंकि हमलोग अपने Compositions (रचनाओ) में इन्हीं का प्रयोग सबसे अधिक करते हैं। इन वाक्यों को देखें।
John writes a letter.
He works hard.
The boys are playing,
He has a nice pen.
इन सभी Sentences को statements कहते हैं। ये सीधे-सादे कथन हैं और किसी स्थिति का बोध कराते हैं।